Dosti
Date: 03-Jan-2020
बहुत सालों के बाद हुई जब दोस्तों से बात,
लगा फिर बचपन आया लेकर खुशियों की सौगात।
वो प्यारे दिन याद आये ,वो शिकायतें ,
वो मस्तियाँ,वो कहानियां याद आयीं।
हुई फिर जो ताज़ा बचपन की यादें ,
हर बात ,जज़्बात ,और खुराफात की यादें।
बातों ही बातों में खुले कई राज़।
दोस्तों से की थी हमने खुल के जो बात
लगा था वो पल वहीं थम सा जाएँ
फिर एक बार बचपन का दौर लौट आये
सालों का दायरा बस एक फ़ोन काल का था फासला,
जो उम्र के किसी भी दौर में हमें बच्चा बनाये,
दोस्तों से जब बात हो तो बचपन याद आये,
खुशियों की सौगात जो अपने संग लाये।। लोमा ।
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