Pulwama
धरती पर हुआ बोझ कुछ कम,
जहन्नुम में मची अब खलबली।
पापियों के विनाश का जो प्रण लिया हिंदुस्तान ने,
पुलवामा का बदला भारी पड़ा पाकिस्तान पे,
एक जुट हो कर जब हिंदुस्तान उतर गया मैदान में।
ईंट का जवाब पत्थर नहीं यह,
ये तो है श्रधांजलि।
हसते हसते शहीद हुए जो,
ये सलामी उन जवानों की।
एक दिन का क्रोध नही यह,
है बहत्तर सालों की व्यथा।
कितने ही सेनानियों की आहुति
राष्ट्र देता है सदा।
तब कहीं जो धैर्य आया नमो बन अपने हिंदुस्तान में।
हर युग मे होता है पतन पापियों का इतिहास में ।
धैर्य से ही तो जीता है हर जंग हिंदुस्तान ने,
पापियों के नाश का अब प्रण लिया हिंदुस्तान ने।
"देश की रक्षा प्रथम आतंकियों का हो पतन।"।।।लोमा।।
Comments
Post a Comment
आपके विचार मेरे लिए प्रेरणा स्तोत्र है।