एहसास

आज कोई कविता नही ,नाही कोई कहानी।आज बस आप लोगों से कुछ दिल की बात कहने का मन किया। आज जो मेरी मनस्थिति है यकीनन हर माता पिता अपने जीवन काल मे इससे गुज़रते ही होंगे। अभी रात के 1:20 हो रहे हैं।पर नींद जैसे कोसो दूर थी।सुबह होने पर मेरी प्यारी गुड़िया रितिका का दीक्षान्त समारोह(convocation ceremony) है। इस दिन का शायद मैने और विनोद ने कई सालों से इंतजार किया है। शायद आप लोगों को अजीब लगे पर जब रितिका lkg में थी तभी मैंने उसके कॉन्वोकेशन के सपने देख डाले थे।नही पता था क्या बनेगी या क्या पढेगी पर जो भी हो कॉन्वोकेशन तो होता ही है सो सपने भी बुनने लगे। अभी थोड़ी देर पहले पता चला कि कल कॉन्वोकेशन है और PM Modiji उसका संबोधन करेंगे, मेरे तो जैसे खुशी का ठिकाना ही नही रहा। सच मे एक पल जीवन में ऐसा आता है जब हम बच्चों की उन्नति को अपनी सफलता समझते हैं।आज हम दोनों के लिए बड़ा ही गर्व भरा दिन है । पर हाँ corona मैय्या की दया से सब कूछ ऑनलाइन ही है। काश की परिस्थितियां अनुरूप होती तो हम परिवार वाले सब kgp मे होते एक पर्व सा माहोल होता। पता नही म...