आजादी का अमृत महोत्सव

प्रगति और विकास का आनंदोत्सव है।
देखो आत्मनिर्भर भारत का ये महोत्सव है ।
ये हमारी आजादी का अमृत महोत्सव है।
घर घर तिरंगा लहराना है,
आजादी का उत्सव हमें बनाना है।
हर घर में दीप जलाना है,
अंबर में तीन रंगों का जादू चलाना है।
विश्व में अपनी पहचान बनाना है।
साहस शांति और समृद्धता का दीप हमें जलाना  है।
चलो सब मिल कर आजादी का अमृत महोत्सव मानते है।
एक दिवस का नही , हर रोज इसका मान बढाना है।
नमन कर इसको ,मातृभूमि का गौरव बढ़ाना है।
आत्मनिर्भ भारत का महोत्सव बनाना है।
आजादी का अमृतमहोत्सव हमे बनाना है।।। लोमा।

Comments

Popular posts from this blog

सनातन

गुमनाम मत

करोना मे दोस्ती